क्या वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है, कोई साइड इफेक्ट होते हैं इससे कैसे बचाव करें?

क्या वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है, कोई साइड इफेक्ट होते हैं इससे कैसे बचाव करें?

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस को मात देना है तो मास्क पहनना और दो गज की दूरी बना कर रखना काफी आवश्यक है। वहीं जितना जल्दी हो टीका लगवा लें। क्योंकि टीक लगने के बाद ये वायरस जानलेवा नहीं होगा। वहीं आपको बता दें कि पहली डोज लेने के बाद इसके कुछ साइड इफेक्ट होते हैं, जैसे तेज बुखार आ सकता है, शरीर में दर्द होगा। ऐसे में लोग सोचते हैं कि क्या दूसरी डोज लें या ना लें। तो आइए जानते हैं कि इस विषय पर विशेषज्ञों का क्या कहना है।

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क्या दोनों डोज लेना जरूरी है?

कई लोगों के मन में यह सवाल भी आ रहा है कि, क्या वैक्सीन की एक खुराक लेने के बाद दूसरी भी जरूरी है? इस बारे में एक्सपर्ट कहते हैं कि जो लोग वैक्सीन की एक खुराक ले चुके हैं उन्हें दूसरी खुराक भी जरूर लेनी चाहिए। पहली डोज के बाद शरीर में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज तो बन जाते हैं लेकिन वह उतने प्रभावी नहीं होते हैं। वैक्सीन की दूसरी खुराक देकर उन एंटीबॉडीज को बूस्ट किया जाता है। दूसरी डोज के बाद ही वैक्सीन की एफेकेसी 80 फीसदी के करीब की देखी गई है।

वैक्सीन की पहली डोज के बाद दिखे थे साइड-इफेक्ट्स

विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण की दूसरी खुराक को लेकर लोगों के मन में सवाल इसलिए हैं क्योंकि पहली खुराक के बाद कई लोगों में इसके साइड इफेक्ट्स देखे गए थे। लोगों को बुखार, जी मिचलाने, सिरदर्द, शरीर में दर्द, ठंड लगने, डायरिया और थकान जैसी दिक्कतें हो रही थीं। विशेषज्ञ कहते हैं कि वैक्सीन के बाद इस तरह की दिक्कतें होना सामान्य है, क्योंकि शरीर में जब कुछ बाहरी चीज प्रवेश करती है तो उसके खिलाफ प्रतिक्रिया होना आम बात है।

क्या दूसरी डोज के बाद भी ऐसे साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं?

डॉक्टर कहते हैं कि पहली डोज की तरह ही कुछ लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज के बाद भी दिक्कतें आ सकती हैं। वैक्सीन की दूसरी खुराक को अपेक्षाकृत ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है ऐसे में यह उन लोगों को भी प्रभावित कर सकती है, जिन्हें पहली डोज के बाद किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई थी। अच्छी बात यह है कि दूसरी डोज लेने के बाद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस के खिलाफ और अधिक मजबूत हो जाती है।

दूसरी डोज न लेने से क्या हो सकता है?

इस संबंध में डॉक्टर कहते हैं कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बाद ही शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। दूसरी डोज को 'बूस्टर' के रूप में जाना जाता है। अब तक जिन लोगों को 'बूस्टर' की खुराक नहीं मिली है उन्हें अब भी वायरस से सुरक्षित नहीं माना जा सकता है।

वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए क्या करें?

डॉक्टरों के मुताबिक वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स एक से दो दिन में स्वत: ठीक हो जाते हैं। कुछ लोगों को वैक्सीन लगने वाली जगह पर दर्द और उस बांह में असुविधा का अनुभव हो सकता है। वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए ये सामान्य उपाय किए जा सकते हैं।

  • जहां पर वैक्सीन लगा हो वहां आइस पैक या ठंडी सेकाई कर सकते हैं।
  • वैक्सीनेशन के बाद तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें।
  • खूब मात्रा में पानी, फलों के जूस और पौष्टिक आहार लें।
  • कुछ दिनों तक शराब और धूम्रपान से बचें।
  • हल्के लक्षण महसूस होने पर पैरासिटमॉल ले सकते हैं। 

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